कागल तहसीलदार कार्यालय के अंतर्गत फाइव स्टार एमआईडीसी के पास एक खनिक ने पिछले महीने से केवल 100 ब्रास के खनन लाइसेंस का दुरुपयोग कर हजारों ब्रास मुरुम का खनन कर बेचा है। उक्त खुदाई के प्रमाण के रूप में संबंधित व्यक्ति ने बताया कि हम प्रतिदिन 8 घंटे से लगातार खुदाई कर रहे हैं और पिछले एक महीने से हमारी लगातार खुदाई चल रही है. और कहा कि हमने लाइसेंस वापस ले लिया है
और मेरा काम जारी रखा है। जब हमने संबंधित व्यक्ति से अनुमति के बारे में पूछताछ की, तो उसने केवल 100 ब्रास का लाइसेंस लिया और कोल्हापुर के तेलवेकर नाम के एक बड़े व्यवसायी ने कागल तहसीलदार कार्यालय में केवल 100 पीतल का खनन लाइसेंस लिया।
लेकिन पिछले महीने से राजस्व प्रशासन की अप्रत्यक्ष अनुमति से 3000 से अधिक ब्राओं का खनन किया गया है और लूटा गया है। प्रति दिन 100 पीतल लगातार खनन किया जाता है। जब सरकार को लूटा जा रहा था तो इस विभाग के विभागीय अधिकारी या संबंधित तलाथी ने सचमुच आंखें मूंद लीं और कोई कार्रवाई नहीं की। अगर तहसीलदार खुद इस जगह का दौरा करेंगे तो पता चलेगा कि लाखों रुपये के मुरुम की चोरी कैसे हुई है.
अगर इस तरह की मुरुम लूटपाट इसी तरह चलती रही तो इस संपत्ति पर मुरूम का एक टुकड़ा भी नहीं बचेगा। इस क्षेत्र के कुछ समझदार नागरिकों ने मांग की है
कि जिलाधिकारी स्वयं ईमानदार अधिकारियों को उस स्थान पर भेजें या स्वयं जाकर संबंधित ठेकेदार के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर उसके द्वारा की गई लूट की वसूली करें। जैसा कि इन मुरुम चोरों को कुछ भ्रष्ट राजस्व अधिकारियों का समर्थन प्राप्त है, वे कह रहे हैं कि हममें से कोई भी कुछ भी गलत नहीं कर सकता है। जिला कलक्टर के यहां मामला दर्ज कर संबंधित ठेकेदार को कानून क्या है, यह बताना जरूरी है। इससे ऐसे चोरों पर लगाम लगेगी।
कागल तहसीलदार कार्यालय के अंतर्गत विभिन्न स्थानों पर हो रही खुदाई के संबंध में हम अपने अगले भाग में संबंधितों के नाम के साथ समाचार के माध्यम से सभी स्थानों पर चल रही लूट का खुलासा करेंगे….