अतीक और अशरफ की हत्या की घटना कैमरों में कैद हो गई। अतीक मीडिया से बात कर रहा था उसी वक्त उसे पीछे आए लोगों ने गोलियां मारना शुरू कर दिया। अतीक के आसपास मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी देखती रही। पहली गोली अतीक के सिर पर लगी। मौके पर ही दोनों की मौत हो जाती है।
हमलावर मीडिया कर्मी बनकर आए थे। इस घटना को पुलिस की बड़ी चूक माना जा रहा है। गोलीबारी की घटना कैमरे में दर्ज हुई है क्योंकि मेडिकल जांच के लिए पुलिस द्वारा दोनों को अस्पताल ले जाने के दौरान मीडियाकर्मी उनके साथ चल र थे। कम से कम दो व्यक्तियों को अहमद और उसके भाई प करीब से गोली चलाते हुए देखा गया, जो गोली लगने के बाद जमीन पर गिर गए। हालांकि, पुलिस ने जल्द हमलावरों को पकड़ लिया।
सनसनीखेज हत्या के बाद इलाके में तनाव है। अहमद एवं अशरफ के गोलियों से छलनी शवों को मौके से हटा लिया गया है। दोनों को 2005 के उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में सुनवाई के लिए यहां लाया गया था। झांसी में 13 अप्रैल को अहमद का बेटा असद और उसका एक साथी पुलिस मठभेड